कंस्ट्रक्शन के लिए विभिन्न टाइप के कंक्रीट की जानकारी (Knowledge of concrete and types)
कंक्रीट क्या है - कंक्रीट एक निर्माण सामग्री है जिसे सीमेंट, बालू (रेत) और छोटे पत्थर (एग्रीगेट) को पानी के साथ मिश्रित कर बनाई जाती है। यह गीला मिश्रण धीरे धीरे ठोस एवं कठोर हो जाती है। कंक्रीट के नॉलेज के लिए कंक्रीट और इसके व्यावहारिक प्रयोगों, गुणों का अध्ययन आवश्यक है।
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चित्र 1. कंक्रीट टेक्नोलॉजी |
भवन निर्माण में नींव, स्तंभ, बीम, स्लैब और अन्य लोड संरचना के निर्माण के लिए कंक्रीट का उपयोग किया जाता है। चूंकि कंक्रीट गीला अवस्था में होता है, इसलिए इसे किसी भी आकार में ढाला जा सकता है।
बिल्डिंग्स और दुसरे संरचनाओं के निर्माण के लिए इन दिनों विभिन्न प्रकार के कंक्रीट का उपयोग किया जाता है। इनमें विशेष गुण और विशेषताएं होते हैं। छोटे मकान के लिए साधारण कंक्रीट जबकि बड़ी बिल्डिंग में ज्यादा ताकत वाली कंक्रीट (High grade concrete) का उपयोग होगा। सड़क निर्माण के लिए डामर कंक्रीट (Asphalt concrete) का उपयोग होता है जिसमें सीमेंट की जगह तारकोल (बिटुमेन) मिलाकर गर्म करके बनाया जाता है।
कंक्रीट का ग्रेड (Grade of concrete) :
आवश्यक मजबूती प्राप्त करने के लिए सामग्री (सीमेंट, रेत और पत्थर) को विशिष्ट अनुपात में मिलाया जाता है। इसे कंक्रीट का ग्रेड कहा जाता है। विभिन्न प्रकार के कंक्रीट मिश्रण की ताकत M5, M10, M15, M20 आदि के रूप में निर्दिष्ट की जाती है, जहां M मिश्रण और 5, 10, 15 आदि kN/m2 में उनकी ताकत को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, M15 ग्रेड के लिए मिश्रण अनुपात 1 : 2 : 4 होता है, जहां 1 सीमेंट का अनुपात है, 2 रेत का अनुपात है और 4 पत्थर का अनुपात है।
कंक्रीट के प्रकार (Types of concrete in Hindi) :
- M5 कंक्रीट (1 : 4 : 8)
- M10 कंक्रीट (1 : 3 : 6)
- M15 कंक्रीट (1 : 2 : 4)
- M20 कंक्रीट (1 : 1.5 : 3)
- M25 कंक्रीट (1 : 1 : 2)
- M30 कंक्रीट (1 : 0.75 : 1.5)
आम तौर पर M15 और M20 कंक्रीट का उपयोग साधारण भवन के लिए होता है जबकि M25 आदि कंक्रीट का उपयोग बहुमंजिला इमारत के लिए होता है। व्यावहारिक कंक्रीट (Concrete workability) बनाने के लिए पर्याप्त पानी-सीमेंट अनुपात की आवश्यकता होती है। पानी-सीमेंट अनुपात 0.6 होता है इसके अनुसार पानी की मात्रा = 0.6 x 50 = 30 लीटर (1 बैग सीमेंट = 50 किलोग्राम)। तो एक सीमेंट बोरे के लिए 30 लीटर पानी की आवश्यकता है।
कंस्ट्रक्शन के आधार पर कंक्रीट के प्रकार (Types of concrete by construction) :
कंस्ट्रक्शन के लिए विभिन्न प्रकार के कंक्रीट का उपयोग किया जाता है। जिस उद्देश्य से उनका इस्तेमाल होता हैं, उसके आधार पर कंक्रीट 8 प्रकारों में विभाजित हैं:
1. साधारण कंक्रीट (Plain Concrete)
सामान्य कार्यों के लिए सादे कंक्रीट का इस्तेमाल होता है जिसे P.C.C कहा जाता है। इसमें मिक्स डिज़ाइन 1:2:4 या 1:3:6 का उपयोग किया जाता है जो की सामान्य ताकत देगा। PCC में लोहे की छड़ नहीं लगाई जाती। इस प्रकार के कंक्रीट का उपयोग मुख्य रूप से गली, फुटपाथ और साधारण इमारतों के निर्माण में किया जाता है।
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चित्र 2. PCC कंक्रीट |
2. प्रबलित कंक्रीट (Reinforced Concrete)
इसे R.C.C कंक्रीट के नाम से जाना जाता है। RCC में न्यूनतम M20 ग्रेड यानि 1:1.5:3 मिश्रण का उपयोग किया जाता है। इसमें विभिन्न मोटाई वाले लोहे की छड़ लगाई जाती। इस प्रकार के कंक्रीट का उपयोग वैसे संरचना के निर्माण में किया जाता है जो तन्य शक्ति (Tensile strength) को सहन करते है। जैसे- बीम, छत, कॉलम आदि।
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चित्र 3. RCC कंक्रीट |
3. डामर कांक्रीट (Asphalt Concrete)
डामर कंक्रीट एक मिश्रित सामग्री है जो आम तौर पर सड़क, हवाई अड्डा, पार्किंग स्थल आदि के लिए उपयोग किए जाते है। इसमें रेत, पत्थर को तारकोल (बिटुमेन) के साथ मिलाकर गर्म करके बनाया जाता है। इसके लिए हॉट मिक्स प्लांट का उपयोग किया जाता है।
4. प्रीस्ट्रैस्सड कांक्रीट (Prestressed Concrete)
बड़े प्रोजेक्ट में प्रीस्ट्रैस्सड कांक्रीट इकाइयों का उपयोग किया जाता है। यह एक विशेष तकनीक है जिसमें वास्तविक सर्विस लोड लागू होने से पहले कंक्रीट में उपयोग की जाने वाली टेंडन को टाइट कर किया जाता है। ब्रिज के स्पैन आदि इसी तकनीक से बनाये जाते है आजकल।
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चित्र 4. प्रीस्ट्रैस्सड कांक्रीट |
5. पहले से तैयार कांक्रीट (Precast Concrete)
विभिन्न संरचनात्मक इकाइयों को कारखाने में जरुरत के अनुसार बनाया और साइट पर लाकर इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी कंक्रीट इकाइयों को प्रीकास्ट कंक्रीट कहते है। उदाहरण के लिए कंक्रीट ब्लॉक, प्रीकास्ट दीवारें और सीढ़ी आदि।
6. हल्का कंक्रीट (Lightweight Concrete)
कंक्रीट जिसका घनत्व 1920 kg/m3 से कम है, उसे हल्के कंक्रीट के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। एग्रीगेट (रेत पत्थर) एक महत्वपूर्ण तत्व है जो कंक्रीट के घनत्व में योगदान देता है। हल्के वजन के एग्रीगेट के उदाहरण हैं झावा पत्थर (प्यूमिक स्टोन), पर्लाइट और स्कॉरिया। इसका उपयोग लंबे स्पैन ब्रिज डेक आदि के निर्माण के लिए किया जाता है।
7. उच्च घनत्व कंक्रीट (High-Density Concrete)
3000 से 4000 kg/m3 के बीच घनत्व वाले कंक्रीट को हाई डेंसिटी कंक्रीट कहा जा सकता है। यहाँ भारी भार वाले एग्रीगेट का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के कंक्रीट का उपयोग परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण और इसी तरह की परियोजनाओं के लिए किया जाता है।
8. तैयार मिश्रण कांक्रीट (Ready Mix Concrete)
मिक्सचर मशीन में तैयार कांक्रीट को रेडी मिक्स कंक्रीट कहा जाता है। मिश्रित कंक्रीट को ट्रक में बंधे हुये ट्रांजिट मिक्सर की मदद से साइट पर लाया जाता है। एक बार साइट पर पहुंचने के बाद इसे सीधे इस्तेमाल किया जा सकता है।
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चित्र 5. रेडी मिक्स कंक्रीट |
ये भी पढ़ें: Ready Mix Concrete क्या है? इसकी कीमत और फायदें!
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5 टिप्पणियाँ
Meri ghr ki roof m niche se kuch line show hoti .but barish ka pani bhar jata to wo niklta bhi nhi (tapkna) koi sujhaw de
जवाब देंहटाएंagar pani tapkta hai to waterproofing karwaye.
हटाएंAgar do gharo ke jod me se pani tapke to usako kaise shahi kare कृपया apna sujhaw de
जवाब देंहटाएंwaterproofing karwaye, click here : Waterproofing कैसे करे | मकान के छत, दीवाल से पानी रोकने के उपाय ,
हटाएंनार्मल कंक्रीट के मुकाबले lightweit कंक्रीट की मजबूती कितनी होती है
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