निर्माण में प्रयुक्त ईंटों के प्रकार | Classification of Bricks Used In Indian Construction
इंसानों ने भवन निर्माण के लिए ईंटों का उपयोग लगभग हजारों वर्षों से करते आए है। ईंटों की उत्पत्ति 7000 ईसा पूर्व की है, वास्तव में यह मानव जाति के लिए सबसे पुरानी ज्ञात निर्माण सामग्री में से एक है। ईंट एक महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री है जो आम तौर पर एक आयताकार आकार में उपलब्ध होती है।
Brick size used in India | ईट का साइज
ईंट का स्टैंडर्ड साइज लम्बाई, चौड़ाई व ऊंचाई क्रमश: 190, 90, 90 mm होती है (7.5, 3.5, 3.5 इंच में), लेकिन सामान्यत बाज़ार में मिलने वाली ईंट की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई 9, 4, 3 इंच होती है।
विभिन्न अन्य आकारों का उपयोग इंडिया के दुसरे क्षेत्रों में किया जाता है। भारत में 3 लोकप्रिय आकार हैं:
मॉड्यूलर ईंट: 190 x 90 x 90 एमएम। यह आकार एमपी में आम है और केवल कुछ अन्य स्थानों पर जहां मशीन से निर्मित ईंटें उपलब्ध हैं।
अंग्रेजी आकार: 9″ x 4.5 ″ x 3 ″, यह भारत के अधिकांश हिस्सों में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय आकार है।
बंगाल का आकार: 10 ″ x 5 ″ x 3″, यह आकार पश्चिम बंगाल और पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व से सटे कुछ हिस्सों में लोकप्रिय है।
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आज विभिन्न प्रकार की ईंटों का उपयोग निर्माण में उपयोग किए जाने वाले कच्चे माल के आधार पर किया जाता है जैसे कंक्रीट, चूना, फ्लाई ऐश और कई और।
आइए जानते हैं भारतीय निर्माण में प्रयुक्त विभिन्न प्रकार की ईंटें - Types of bricks:
1. पक्की मिट्टी की ईंटें (Burnt Clay Bricks)
पक्की हुई मिट्टी की ईंटें सबसे पुरानी और सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली निर्माण सामग्री हैं। ये अच्छी गुणवत्ता वाली ईंटें हैं और इनका उपयोग कई महत्वपूर्ण संरचना जैसे दीवारों, स्तंभों, नींव आदि के निर्माण में किया जाता है। इन ईंटों को 4 विभिन्न प्रकारों में बांटा गया है, ये हैं:
- 1.1 First Class Bricks (प्रथम श्रेणी की ईंटें) - अन्य वर्गों की तुलना में 1st क्लास ईंट अच्छी गुणवत्ता वाली ईंटें होती हैं। उन्हें टेबल-मोल्डिंग द्वारा ढाला जाता है और बड़े भट्टों में पकाया जाता है। इसीलिए, इन ईंटों में स्टैण्डर्ड आकार, तेज किनारे और चिकनी सतह होती हैं। ये अधिक टिकाऊ और मजबूत होते हैं। इनका उपयोग स्थायी संरचनाओं के लिए किया जाता है हालांकि, इनके अच्छे गुणों के कारण ये अन्य वर्गों की तुलना में महंगे हैं।
- 1.2 Second Class Bricks (दूसरी श्रेणी की ईंटें) - द्वितीय श्रेणी की ईंटें मध्यम गुणवत्ता वाली ईंटें हैं और इन्हें जमीन पर ढाला जाता है। इन ईंटों को भट्टों में भी पकाया जाता है। लेकिन जमीनी पे ढलाई के कारण, इनमे चिकनी सतह के साथ-साथ तेज किनारा भी नहीं होती हैं। ईंटों के इस वर्ग का उपयोग उन जगहों पर किया जाता है जहां इनको प्लास्टर के कोट के साथ कवर किया जाना हो।
- 1.3 Third Class Bricks (तृतीय श्रेणी की ईंटें) - जैसा कि नाम से पता चलता है, ये खराब गुणवत्ता वाली ईंटें हैं जो आमतौर पर उन संरचनाओं के लिए उपयोग की जाती हैं जो अस्थायी रूप से निर्मित होती हैं। ये उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त नहीं हैं जहाँ बहुत अधिक वर्षा होती हो।
- 1.4 Fourth Class Bricks (झामा) - ये अधिक जले हुए, अनियमित आकार के और गहरे रंग के होते हैं। चौथी श्रेणी की ईंटें (jhama) बहुत खराब गुणवत्ता वाली ईंटें हैं और इनका उपयोग संरचना में ईंटों के रूप में नहीं किया जाता है। उन्हें कुचल दिया जाता है और नींव, सड़क, फर्श आदि में कंक्रीट के निर्माण में ingredients के रूप में उपयोग किया जाता है।
2. फ्लाई ऐश ईंटें (Fly Ash Bricks)
ये ईंटें फ्लाई एश और पानी का उपयोग करके निर्मित होती हैं। फ्लाई-ऐश कोयला जलाने से बना एक बायप्रोडक्ट है। फ्लाई ऐश ईंटें हल्की होती हैं और इस प्रकार यह संरचनाओं के वजन को कम करती हैं।
मिट्टी की ईंटों की तुलना में फ्लाई ऐश ईंटों के फायदे ये हैं कि इनमे उच्च आग इन्सुलेशन, उच्च शक्ति, बेहतर जोड़ और प्लास्टर के लिए समान आकार, कम पानी की जरुरत होती है अर्थात चिनाई निर्माण में उपयोग से पहले भिगोने की आवश्यकता नहीं होती है। फ्लाई ऐश ईंट का उपयोग स्ट्रक्चरल दीवारों, स्तंभों और नींव में होती हैं।
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3. कंक्रीट की ईंटें (Concrete Bricks)
कंक्रीट ईंटों को सीमेंट, रेत, गिट्टी और पानी जैसी सामग्री के साथ ठोस कंक्रीट का उपयोग करके बनाया जाता है। इन ईंटों को आवश्यकतानुसार आकार में निर्मित किया जा सकता है। कंक्रीट ईंटों का उपयोग चिनाई और फ़्रेमयुक्त इमारतों, facades, बाड़ के निर्माण के लिए किया जाता है। यह एक उत्कृष्ट सौंदर्य उपस्थिति प्रदान करता है।
4. रेत चूना ईंटें (Sand Lime Bricks)
ये चूने, रेत और फ्लाई ऐश को मिलाकर बनाया जाता है। इन ईंटों का उपयोग निर्माण उद्योगों में कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है जैसे कि भवनों में सजावटी कार्य, चिनाई कार्य आदि।
5. इंजीनियरिंग ईंटें (Engineering Bricks)
इंजीनियरिंग ईंटों में उच्च कोम्प्रेस्सिव शक्ति होती है और इनका विशेष उपयोग किया जाता है जहां उच्च शक्ति, ठंढ प्रतिरोध, एसिड प्रतिरोध की आवश्यकता होती है। इन ईंटों का उपयोग आमतौर पर बेसमेंट के लिए किया जाता है जहां रासायनिक या पानी से खतरे की संभावना होती है, अर्थात Damp Proof Courses के लिए।
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6 टिप्पणियाँ
Ghar banane ke liye inme se best eet kon sa hai?
जवाब देंहटाएं1st क्लास मिट्टी ईंट, या फ्लाई ऐश ईंटें जिसे सीमेंट ईंट भी कहा जाता है.
हटाएंमुझे इलाहाबादी दो नंबर की ईद चाहिए किससे संपर्क करना पड़ेगा ब्रोकर या भट्ठा मालिक का संपर्क सूत्र उपलब्ध करावे।
जवाब देंहटाएंसंदीप श्रीवास्तव जिला सीधी मध्य प्रदेश 9893 0350 52
Mere se
जवाब देंहटाएंमेरे को ईट बलोक चाहिए मोबाईल 8003330045 भादसोडा राज pin312024
जवाब देंहटाएंKon si bricks achi hoti h first class bricks Jo agg se jala k tyar ki jati h yaa fir first class bricks Jo aj kal machine ki heat se tyar ki jati h
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