जानिये, आजकल इंटीरियर डेकोरेशन कराने में कितना पैसा लगता है? (Interior design cost)
घर एक ऐसी जगह है, जिसे अपने आंतरिक डिजाइनों के साथ अपनी सुंदरता और आराम में आकर्षक होना चाहिये। हम सभी यह महसूस करना चाहते हैं कि 'जब हम अपने घरों में जायें, तो स्वर्ग जैसा अनुभव हो', है ना?
इसलिये 'Interior design' करवाने की जरुरत होती है, जो किसी स्थान के सौंदर्य मूल्य (Aesthetic Value) को बढ़ाने में मदद करता है। एक अच्छा 'इंटीरियर डिज़ाइन' किया हुआ स्थान न केवल आपको खुश और संतुष्ट महसूस कराता है, बल्कि यह कुछ ऐसा भी है जो आपके गेस्ट को इम्प्रेस करता है।एक व्यक्ति जो कुछ भी बनवाना चाहता हो, वह उसकी लागत के बारे में जानना चाहेगा। इंटीरियर वर्क का खर्च और आप अपने घर के इंटीरियर की योजना कैसे बना सकते हैं, इसके बारे में यहाँ पुरी जानकारी दी गई है!
इंटीरियर डिजाइनिंग में कितना पैसा खर्च आएगा?
एक इंटीरियर डिजाइनर कितना पैसा लेता है? ये निर्भर करता है घर का एरिया (क्षेत्रफल) और काम के दायरे पर। सामान्यतः डिजाइनर नक्शा के लिए 20 से 200 रुपये प्रति वर्ग फीट लेते है। भारत में इंटीरियर वर्क की औसत खर्च Rs. 400 प्रति स्क्वायर फीट है एक 'साधारण इंटीरियर' के लिये। इसमें सभी तरह के खर्च जैसे- मैटेरियल्स (पी.ओ.पी, जिप्सम बोर्ड, लेबर आदि), कांट्रेक्टर और नक्शा / डिजाइनिंग का खर्च शामिल होता है।
जहां कुछ इंटीरियर डिजाइनर केवल डिजाइनिंग का काम करते हैं, वहीं कुछ पुरे काम के साथ फर्नीचर और सजावटी आइटम्स को भी चुनने में आपकी मदद करते हैं। यदि आप परेशानी मुक्त रहना चाहते हैं, तो एक डिजाइनर की तलाश करें जो 'इंटीरियर मिस्त्री और बढ़ईगीरी के काम, फाल्स सीलिंग, मोडुलेर किचन के साथ-साथ वार्डरोब के पूरे काम' की निगरानी कर सके। किसी भी आवश्यक सिविल कार्य के लिए, एरिया की जाँच करे।
इंटीरियर डिज़ाइन करवाने का खर्च (Interior design price in hindi) :
Rs. 300 - 600 प्रति स्क्वायर फीट (डिजाइनिंग + मैटेरियल्स + मिस्त्री/लेबर + अन्य खर्चें)
मोडुलेर किचन, वार्डरोब, फॉल सीलिंग, फर्श और पेंटिंग को भी अलग सेवाओं के रूप में माना जाता है। इन सभी कार्यों और सेवाओं के आधार पर इंटीरियर डिजाइन रेट भिन्न होती है।
फाल्स सीलिंग में कितना खर्च आता है? (False ceiling rate per Sq.ft)
फॉल सीलिंग का खर्च लगभग 70 - 200 रुपये प्रति स्क्वायर फीट के बीच होती है। जिप्सम बोर्ड वाले False ceiling का खर्च लगभग 70 से 110 रुपये per Sq.ft होता है जबकि ऐक्रेलिक Fall ceiling का खर्च लगभग 150 से 200 रुपये per Sq.ft होता है। जिप्सम सीलिंग का उपयोग कमरों में एल्यूमीनियम फ्रेमिंग की मदद से किया जाता है, और शानदार दिखने के लिए इसमें एलईडी पैनल लाइट आदि इनस्टॉल कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: टाइल्स लगाने में कितना पैसा खर्च लगेगा (Tiles Mistri rate)
ऑफिस या घर (1 BHK, 2BHK, 3 BHK) के एरिया अनुसार, इंटीरियर वर्क कराने का कुल खर्च, निचे बताया गया है:
रूम | एरिया | साधारण इंटीरियर | प्रीमियम इंटीरियर |
---|---|---|---|
1 रूम | 100-150 Sq.ft | 30-45 हजार | 50-80 हजार |
1 BHK | 600-900 Sq.ft | 1.8-2.7 लाख | 3.0-5.5 लाख |
2 BHK | 900-1200 Sq.ft | 2.7-3.6 लाख | 4.5-6.0 लाख |
3 BHK | 1500-2000 Sq.ft | 4.5-6.0 लाख | 7.5-10 लाख |
यहाँ साधारण इंटीरियर का Rs. 300 प्रति स्क्वायर फीट का रेट माना गया है.
Note: उल्लिखित कीमतें बाजार के मानकों का संकेत हैं और इंटीरियर डिजाइनर, स्थान और कार्य के दायरे के आधार पर भिन्न हो सकती हैं।
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5 टिप्पणियाँ
I'm satisfy
जवाब देंहटाएंFalse ceiling बनाने में कितना समय लगता है
जवाब देंहटाएंHi सर इसमें sq feet केसे नापा जाता ह फर्स से क्या? या फिर रूम की सब सतह से?
जवाब देंहटाएंDono se, agar ceiling me sirf hoga to floor area, agar Wall me hoga tab Wall surface area
हटाएंअगर किसी को modular kitchen ewam interior कराना हो तो plz contact 9521779908
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